छत्तीसगढ़ के रहने वाले और पेशे से इंजीनियर श्रवण कुमार राठौर की फिल्म साउंड ऑफ वॉटर को 10वें दादा साहब फाल्के फिल्म फेस्टिवल 2020 में एक्सिलेंस सर्टिफिकेट प्रदान किया गया है। वैसे कहा जाता है कि पानी की असली कीमत वही बता सकता है, जिसने रेगिस्तान की तपती धूप में प्यासा रहकर गुजारा हो। वहीं साउंड ऑफ वॉटर के निर्माता श्रवण कुमार राठौर ने अपनी पूरी जिंदगी रायपुर नगर निगम में जल संसाधन विभाग में बतौर इंजीनियर दी है। इसके साथ ही उन्होंने पानी की उपयोगिता और महत्ता बताने में जनभागीदारी भी निभाई है। और उसके बाद अपने अनुभव को रील लाइफ में सिनेमा के द्वारा हिंदी फिल्म साऊंड ऑफ़ वाटर के माध्यम से पूरे देश में पानी की महत्ता को पेश किया। फिल्म को दर्शको ने सराहा भी।
वैसे लॉक डाउन के चलते राठौर जी फुर्सत के पलों में अब अपनी नई फि़ल्म भी जो पानी पर ही आधारित होगी पर स्क्रिप्ट पर फाइनल वर्क कर चुके हैं। और बहुत जल्द फिल्म को फ्लोर में लेकर आएंगे। फिल्म में सफ़ाई के साथ ही ग्लोबल वार्मिंग को भी स्क्रिप्ट में साथ जोड़ा गया है। बताया जा रहा है कि वर्तमान में समुद्रों जिसके पानी में घुले ऑक्सीजन की कमी को लेकर तथा समुद्र में भिन-भिन कचरा इक्कठा होने से समुद्री जीवों का जीवन ख़तरे को लेकर है तथा सायक्लोन की सम्भावना को लेकर इस विषय पर फिल्म का निर्माण करेंगे। इस फि़ल्म में सायंटिस्ट को ही हीरो की भूमिका दिखाया जायेगा। इसके साथ ही फिल्म में लव स्टोरी ,एक्शन कॉमेडी इमोशन व सन्देशात्मक होगी।