CGFilm – लॉकडाउन के चलते छत्तीसगढ़ी फिल्मों की शूटिंग और एलबम रिकॉर्डिंग सहित सारे काम रूके हुए हैं। इसके चलते छोटे-छोटे कलाकारों के समक्ष रोजी-रोटी की समस्या खड़ी हो गई है। और वे सरकार से मदद की गुहार लगा रहे हैं कि लॉकडाउन के चलते उनकी आर्थिक स्थिति काफी खराब हो चुकी है, इसलिए उनकी भी मदद की जाए।
10 जून, बुधवार को छत्तीसगढ़ी फिल्मों के छोटे-छोटे कलाकारों ने फेसबुक पर अपना एक वीडियो साझा किया है, जिसमें उन्होंने अपना दर्द सरकार तक पहुंचाने का प्रयास किया है। इसमें सर्वप्रथम मेकअप आर्टिस्ट विलास राव ने राज्य सरकार की ओर से मजदूरों के लिए की जा रही पहल को काफी अच्छा बताता हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का धन्यवाद भी दिया है। साथ ही कहा कि मुख्यमंत्री जी हर परिवार का दुख समझ रहे हैं और सबका साथ दे रहे हैं। लेकिन छॉलीवुड के उनके जैसे (विलास राव) छोटे कलाकारों को अभी तक कोई पूछने भी नहीं आया है।
विलास कहते हैं- कलाकार समाज का आईना होता है, लेकिन उनके सामने ही भूखे मरने की नौबत आ गई है। वे बताते हैं कि फिल्म इंडस्ट्री में उन्होंने 35 साल गुजारे हैं, लेकिन ऐसी नौबत कभी नहीं आई। उनका कहना है कि आज ऐसे दिन आ गए कि हम क्या करें, हमें कुछ समझ ही नहीं आ रहा है। आज हमारे साथ न सरकार है, न कोई साथी। हम अपनी समस्याएं किसको बताएं। हमारे पास काम नहीं रोजगार नहीं।
विलास राव के साथ ही छत्तीसगढ़ी फिल्मों के डांसर और प्रोडक्शन हाउस से जुड़े कलाकार परमेश्वर नाग ने भी कुछ इसी तरह की बातें फेसबुक लाइव में कही है। इन कलाकारों की मांग है कि लॉकडाउन में सरकार जब सबकी मदद कर रही है, तो कुछ मदद उन जैसे सैकड़ों छोटे-छोटे कलाकारों और आर्टिस्टों की करें, जो लॉकडाउन में घर बैठे हैं और उनके सामने रोजी-रोटी की समस्या खड़ी हो गई है।