Sundeep Patil
Sundeep Patil


CG Film – अभिनेता संदीप पाटिल अभी अदाकारी से हमेशा लुभाते रहे हैं। उन्होंने बहुत सी फिल्मों में काम करने के साथ ही लॉकडाउन के समय का उपयोग शॉर्ट फिल्म बनाने में किया। उनकी शार्ट फिल्में भी काफी आकर्षक रही हैं। फिलहाल संदीप पाटिल एक नया नाटक मध्यान्तर लेकर आए हैं। उनका ये नाटक सिर्फ 10 दिनों के रिहर्सल के बाद ही मंच पर प्रस्तुत किया गया। इस नाटक की निर्देशक विभा श्रीवास्तव और लेखक जयवर्धन हैं।

संदीप पाटिल बताते हैं कि उन्होंने इस नाटक में ज्ञान की भूमिका अदा की है। जो नाटक के अंदर एक थियेटर निर्देशक की भूमिका करता है और एक दुर्घटना में अपने पैर गंवा देता है। उनकी पत्नी छाया, जिसका किरदार निधि दीवान ने निभाया है, जिस पर घर संभालने की जिम्मेदारी आ जाती है। ज्ञान का दोस्त जयंत छाया को नौकरी दिलवाता है। जयंत की भूमिका प्रतीक उपाध्याय ने निभाई है। ज्ञान दुर्घटना के बाद बाप बनने का सुख खो देता है और ये बात पत्नी से छुपाता है, लेकिन जब वो ये बात अपनी पत्नी छाया को बताता है तो उससे बात करना बंद कर देती है। ज्ञान को लगता है कि छाया और जयंत के बीच कुछ चल रहा है। छाया की खुशी के लिए वो जयंत से शदी के लिए बात करता है कि वो छाया से शादी कर ले। लेकिन जयंत साफ इंकार कर देता कि वो कभी ऐसा नहीं सोचा करता है। ये गलत है। फिर यही बात ज्ञान छाया को कहता है, वो भी साफ इंकार कर देती है और ज्ञान को खरी-खरी सुना देती है। अंत में छाया कहती है कि मैं तुम्हारे साथ, तुम्हारे पास हूं। जो बच्चे एक्टिंग सीखने आते हैं, वो भी तो हमारे ही बच्चे हैं। विरासत को आगे बढ़ाते हैं और ये बच्चे तुम्हारी कला की विरासत को आगे बढ़ाएंगे। ज्ञान मान जाता है कि इस तरह से खूबसूरत नाटक और ज्ञान छाया के जीवन का मध्यान्तर होता है।
संदीप बताते हैं कि दो पैरों के बिना एक्टिंग करना बड़ा कठिन काम था। पूरे समय वो व्हील चेयर पर ही रिहर्सल करते थे। ये किरदार काफी चैलेंजिंग था उनके लिए।

आपको बता दें कि संदीप पाटिल 15 साल से थिएटर यानी रंगकर्म के क्षेत्र में सक्रिय हैं। 9वीं कक्षा से थिएटर की दुनिया से जुड़े संदीप ने निर्देशक सरफराज हसनजी के साथ थिएटर की शुरुवात की थी। वे थिएटर क्षेत्र में बेस्ट निर्देशक, बेस्ट एक्टर एवं रंग युवायन सम्मान से भी नवाजे गए हैं। संदीप पाटिल लगातार शॉर्ट मूवी और फिल्में लेकर आते रहे हैं। वे हमेशा की अपनी अदाकारी के लिए जाने जाते हैं, लेकिन आपको बता दें कि वे एक हिन्दी फिल्म भी कर रहे हैं, जिसमें आपका ये हीरो आपको विलेन के रूप में नजर आएगा। ये फिल्म है फाइनल राउंड। अब देखना यह है कि नायक के किरदार में लोगों का दिल जीतने वाला हीरो, खलनायक के रूप में भी कितना हिट होता है।

छत्तीसगढ़ी फिल्मों में काम करने की इच्छा
संदीप का कहना है कि फिलहाल उनके पास छत्तीसगढ़ी फिल्में नहीं हैं, लेकिन यदि उन्हें ऑफर मिलता है, तो वे जरूर फिल्में करेंगे। संदीप बताते हैं कि वे अपने पहले निर्देशक भूपेंद्र साहू सर के साथ फिर काम करना चाहेंगे, क्योंकि उन्हें फिल्म निर्माण एवं एक्टर से कैसे काम करवाना उसकी अच्छी परख है। तभी दईहान के लिए आज भी तारीफ मिलती है मुझे। इसके अलावा मुझे सतीश जैन, प्रणब झा की और मनोज वर्मा जी की फिल्में पसंद हंै। लॉकडाउन में वही देख रहा हूँ। मुझे छत्तीसगढ़ी एक्टर्स रजनीश झांजी, करण खान, अनिकृति चौहान, अंजलि सिंह और जागेश्वरी मेश्राम का अभिनय काफी पसंद है। उनके साथ भविष्य में काम करने का मौका मिलेगा जरूर करूँगा।