CGFilm – 6 दिसंबर को एक और शार्ट मूवी मेरी मां रिलीज होगी। इस मूवी की स्टोरी मानेश सिन्हा की है। एंटर और राइटर भी मानेश सिन्हा ही हैं। प्रोड्यूसर सेमेश सिन्हा हैं। इस मूवी में आपको कमला देवी, मानेश सिन्हा, अमनजीत महंत, लवेश लहरे दिखाई देंगे। फिल्म के गीत लिखे हैं राजन कर ने। तो देखना ना भूलें ये मूवी 6 दिसंबर को…
चुनौतियों से भरे किरदार में संदीप पाटिल अभिनीत मध्यान्तर
अभिनेता संदीप पाटिल अभी अदाकारी से हमेशा लुभा ते रहे हैं। उन्होंने बहुत सी फिल्मों में काम करने के साथ ही लॉकडाउन के समय का उपयोग शॉर्ट फिल्म बनाने में किया। उनकी शार्ट फिल्में भी काफी आकर्षक रही हैं। फिलहाल संदीप पाटिल एक नया नाटक मध्यान्तर लेकर आए हैं। उनका ये नाटक सिर्फ 10 दिनों के रिहर्सल के बाद ही मंच पर प्रस्तुत किया गया। इस नाटक की निर्देशक विभा श्रीवास्तव और लेखक जयवर्धन हैं।
संदीप पाटिल बताते हैं कि उन्होंने इस नाटक में ज्ञान की भूमिका अदा की है। जो नाटक के अंदर एक थियेटर निर्देशक की भूमिका करता है और एक दुर्घटना में अपने पैर गंवा देता है। उनकी पत्नी छाया, जिसका किरदार निधि दीवान ने निभाया है, जिस पर घर संभालने की जिम्मेदारी आ जाती है। ज्ञान का दोस्त जयंत छाया को नौकरी दिलवाता है। जयंत की भूमिका प्रतीक उपाध्याय ने निभाई है। ज्ञान दुर्घटना के बाद बाप बनने का सुख खो देता है और ये बात पत्नी से छुपाता है, लेकिन जब वो ये बात अपनी पत्नी छाया को बताता है तो उससे बात करना बंद कर देती है। ज्ञान को लगता है कि छाया और जयंत के बीच कुछ चल रहा है। छाया की खुशी के लिए वो जयंत से शदी के लिए बात करता है कि वो छाया से शादी कर ले। लेकिन जयंत साफ इंकार कर देता कि वो कभी ऐसा नहीं सोचा करता है। ये गलत है। फिर यही बात ज्ञान छाया को कहता है, वो भी साफ इंकार कर देती है और ज्ञान को खरी-खरी सुना देती है।
अंत में छाया कहती है कि मैं तुम्हारे साथ, तुम्हारे पास हूं। जो बच्चे एक्टिंग सीखने आते हैं, वो भी तो हमारे ही बच्चे हैं। विरासत को आगे बढ़ाते हैं और ये बच्चे तुम्हारी कला की विरासत को आगे बढ़ाएंगे। ज्ञान मान जाता है कि इस तरह से खूबसूरत नाटक और ज्ञान छाया के जीवन का मध्यान्तर होता है।
संदीप बताते हैं कि दो पैरों के बिना एक्टिंग करना बड़ा कठिन काम था। पूरे समय वो व्हील चेयर पर ही रिहर्सल करते थे। ये किरदार काफी चैलेंजिंग था उनके लिए।