लॉकडाउन-5 के साथ ही देश और राज्यों को काफी छूट मिल गई है। इसी कड़ी में छत्तीसगढ़ में भी प्राय: सभी व्यवसाय खुल चुके हैं। लेकिन छॉलीवुड फिल्म इंडस्ट्री में अभी भी बंदिशें लागू है। हालांकि कोरोना वायरस के संक्रमण और बचाव के लिए ये जरूरी भी है, लेकिन फिल्म इंडस्ट्री बंद होने से कई छोटे कलाकारों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इसे लेकर छत्तीसगढ़ फिल्म इंडस्ट्री एसोसिएशन के अध्यक्ष योगेश की मांग है कि अन्य व्यवसायों की तरह अब छॉलीवुड के खुलने का मार्ग भी प्रशस्त होना चाहिए, ताकि छोटे कलाकारों, तकनीशियनों को दूसरों के आगे हाथ फैलाने के लिए मजबूर न होना पड़े।
योगेश अग्रवाल का कहना है कि अब कोरोना वायरस का प्रकोप धीरे-धीरे खत्म होता जा रहा है। सरकार ने सभी व्यवसायों को खोलने का आदेश दिया है। इसी तरह अब छॉलीवुड फिल्मों, एलबम की शूटिंग करने और ऑडियो गीत, गानों की रिकॉर्डिंग करने की भी छूट मिलनी चाहिए। उनका कहना है कि कई फिल्मों की शूंिटग रूकी हुई है। एक साल में कम से कम 20 फिल्में बनती हैं। इस हिसाब से हजारों परिवारों को छॉलीवुड फिल्मों के जरिए रोजगार मिलता है। इससे बड़े कलाकारों के साथ ही स्पॉटबॉय, लाइटमैन, फाइटर, लोक कलाकार, डांसर, कैमरामैन, तकनीशियन, एडिटिंग, सहायक कलाकारों का परिवार चलता है। कोरोना प्रकोप में लॉकडाउन के कारण सभी को आर्थिक नुकसान झेलना पड़ा है। कई परिवार कर्जन लेकर खर्च चला रहे हैं। सरकार को चाहिए कि छॉलीवुड फिल्म इंडस्ट्री एवं लोक कलाकारों को दस-दस हजार रुपए के राहत पैकेज की घोषणा करें। योगेश की मांग