पीएम मोदी के सामने छत्तीसगढ़ी संस्कृति का कार्यक्रम
छत्तीसगढ़ की 25वीं स्थापना वर्षगांठ के भव्य समारोह में राज्योत्सव का आगाज कल, 1 नवंबर को होगा। नया रायपुर के अटल नगर में आयोजित इस रजत महोत्सव में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत करेंगे। इस ऐतिहासिक कार्यक्रम में बालोद जिले के प्रतिभाशाली कलाकार दुष्यंत हरमुख को विशेष रूप से आमंत्रित किया गया है, जो अपनी सांस्कृतिक प्रस्तुति से सभी को मंत्रमुग्ध कर देंगे।
बालोद जिले के ग्राम सकरौद के निवासी दुष्यंत हरमुख भिलाई शहर के एक प्रमुख गायक, वादक और संगीतकार हैं।
वे छत्तीसगढ़ी लोक संस्कृति को जीवंत करने वाले संस्था ‘रंग झरोखा’ के संस्थापक एवं संचालक हैं। पिछले वर्ष उन्हें राज्य स्तर का प्रतिष्ठित ‘खुमान साव पुरस्कार’ से सम्मानित किया गया था, जो उनकी कला के प्रति समर्पण का प्रमाण है। कल के राज्योत्सव में दुष्यंत हरमुख अपने पूरे दल ‘रंग झरोखा’ के कलाकारों के साथ मंच संभालेंगे। उनकी प्रस्तुति में छत्तीसगढ़ी लोकगीतों, नृत्य और संगीत का अनोखा संगम देखने को मिलेगा, जो राज्य की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को उजागर करेगा।
दुष्यंत हरमुख ने न केवल कई छत्तीसगढ़ी फिल्मों में संगीत निर्देशन किया है, बल्कि अनेक लोकप्रिय गीतों की रचना भी की है। उन्होंने इन गीतों को स्वर भी प्रदान किए हैं, जिससे वे छत्तीसगढ़ी संगीत की दुनिया में एक जाना-माना नाम बन चुके हैं। उनकी कला ने स्थानीय स्तर पर ही नहीं, बल्कि पूरे राज्य में प्रशंसा अर्जित की है। इस अवसर पर भिलाई और बालोद के कलाकार समुदाय ने दुष्यंत हरमुख को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी हैं। सभी का मानना है कि यह प्रस्तुति छत्तीसगढ़ की सेवा, संस्कृति और समृद्धि की भावना को मजबूती प्रदान करेगी
राज्योत्सव 1 से 5 नवंबर तक चलेगा, जिसमें विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित होंगे। यह समारोह न केवल राज्य की प्रगति का प्रतीक बनेगा, बल्कि छत्तीसगढ़ की एकता और विविधता को भी राष्ट्रीय पटल पर चमकाएगा। दुष्यंत हरमुख की भागीदारी इस उत्सव को और भी यादगार बना देगी।
