अनुज शर्मा

cgfilm.in लोकप्रिय संगीतकार और पद्मश्री से सम्मानित अनुज शर्मा की शानदार प्रस्तुति ने एक बार फिर अपने समर्पित दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। उनके संगीत और गायन की ताजगी ने न केवल संगीत प्रेमियों को, बल्कि सभी उम्र के लोगों को झूमने और थिरकने पर मजबूर कर दिया। उनकी प्रस्तुति ने एक अलग ही माहौल बना दिया और हर किसी के दिल में अपनी धुनें छोड़ दीं।

आधुनिक भारतीय संगीत के इस प्रख्यात सितारे ने अपने कार्यक्रम में शास्त्रीय संगीत से लेकर लोक धुनों तक का समावेश किया, जिससे श्रोताओं को एक विविध संगीत अनुभव प्राप्त हुआ। उनके गायन में जो भावनाएँ और गहराई थी, वह दर्शकों को सीधे दिल से जुड़ने का अहसास दिलाती थी। अनुज शर्मा ने मंच पर अपनी अद्भुत आवाज और संगीतमय प्रस्तुति से दर्शकों के दिलों में अपनी विशेष जगह बनाई।

दर्शक उनकी प्रस्तुति के दौरान झूमते रहे और हर सुर को अपने दिल में उतारते गए। अनुज शर्मा की आवाज में एक खास आकर्षण था, जो श्रोताओं को अपने साथ ले चलता था। उनका संगीत केवल श्रोताओं को मनोरंजन ही नहीं, बल्कि उनके भीतर गहरी भावनाओं और यादों का ताजा अहसास भी कराता है।

इस कार्यक्रम ने दर्शकों को संगीत की शक्ति का अहसास कराया और यह सिद्ध कर दिया कि संगीत न केवल मनोरंजन का साधन है, बल्कि यह लोगों को जोड़ने का भी एक मजबूत जरिया है। पद्मश्री अनुज शर्मा की प्रस्तुति ने दर्शकों को एक नई ऊर्जा और स्फूर्ति से भर दिया और उनके संगीत के जादू में हर कोई खो गया।

उनकी इस शानदार प्रस्तुति ने संगीत के प्रति लोगों के प्रेम को और भी मजबूत किया और यह सुनिश्चित किया कि आने वाले समय में अनुज शर्मा का नाम भारतीय संगीत जगत में हमेशा दर्ज रहेगा।

छत्तीसगढ़ राज्य युवा महोत्सव 2024-25 के दूसरे दिन रायपुर साइंस कॉलेज मैदान में सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने दर्शकों का दिल जीत लिया। रंगारंग कार्यक्रमों से सजे इस आयोजन में छत्तीसगढ़ी लोक परंपराओं, समृद्ध संस्कृति, और आधुनिक संगीत का अनोखा संगम देखने को मिला।

कार्यक्रम की शुरुआत आरुग बैंड की शानदार प्रस्तुति से हुई। पद्म श्री अनुज शर्मा और उनकी टीम ने छत्तीसगढ़ी पारंपरिक लोकगीतों और आधुनिक धुनों से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। अनुज शर्मा ने अपने राम भजन “हरि अनन्त, हरि कथा अनन्ता” से समां बांधा। इसके बाद माता-पिता को समर्पित “झन भूलव मां बाप ला” और लोकगीत “छैयाँ भुइयाँ ला छोडके जवईया” जैसे गीतों ने दर्शकों को भावविभोर कर दिया। माते रइबे जैसे ददरिया गीतों की सुरीली प्रस्तुति देकर दर्शकों को झूमने पर मजबूर कर दिया।

खेल एवं युवा कल्याण मंत्री श्री टंक राम वर्मा ने भी युवा महोत्सव में माइक थामा और अपनी प्रस्तुति से महोत्सव की शोभा बढ़ाई। उन्होंने प्रसिद्ध कवि लक्ष्मण मस्तूरिया के गीतों को अपने अंदाज में प्रस्तुत कर दर्शकों का दिल जीत लिया। उनके गायन ने छत्तीसगढ़ी लोकगीतों की सादगी और गहराई को प्रदर्शित किया।

इसके साथ ही, दायरा बैंड ने अपने गीत “ऐसा जादू है मेरे बस्तर में” और “बैलाडीला बैलाडीला” की प्रस्तुतियों से सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। मुंबई के कलाकारों और बस्तर के स्थानीय गायकों का यह प्रदर्शन बस्तर की समृद्ध संस्कृति और अद्वितीय प्राकृतिक सौंदर्य को अपने गीतों के माध्यम से जीवंत किया।  बैंड ने बस्तर की समृद्ध लोक संस्कृति और प्राकृतिक सौंदर्य को  मुंबई के कलाकारों के साथ बस्तर के स्थानीय कलाकारों का अनूठा संगम देखकर दर्शक भावविभोर हो गए।

कार्यक्रम के दौरान छत्तीसगढ़ की लोक संस्कृति, पारंपरिक कला, और आधुनिक संगीत के अद्भुत मेल ने युवा महोत्सव को एक यादगार आयोजन बना दिया।इस अवसर पर वन मंत्री श्री केदार कश्यप, खेल एवं युवा कल्याण मंत्री श्री टंक राम वर्मा, विधायक श्री अनुज शर्मा, राज्य युवा आयोग के अध्यक्ष श्री विश्व विजय सिंह तोमर, जनप्रतिनिधिगण, विभिन्न क्षेत्रों में उपलब्धि प्राप्त युवा बड़ी संख्या में उपस्थित थे।

Connect with us:

Website: https://cgfilm.in
Facebook: https://www.facebook.com/CGFilm.in
Twitter: https://twitter.com/cg_film
Instagram: https://www.instagram.com/cgfilm.in
Youtube: http://bit.ly/CGFilmI