nava bihan

छत्तीसगढ़ी फिल्म नवा बिहान 11 नवंबर को रिलीज होगी। इस फिल्म का ट्रेलर रिलीज हो गया है। आपको बता दें कि इस फिल्म की शूटिंग नक्सल प्रभावित क्षेत्र बस्तर में तो हुई है। साथ ही बालोद जिले के युवाओं को भी इस फिल्म में अभिनय करने का मौका मिला है। बालोद की कबड्डी दल गजेंद्र ढीमर व उनके साथी फ़िल्म में हीरो के साथ दिखेंगे। तो मनौद के देवेन्द्र साहू एम्पायर बने हैं। विगत दिनों भेंट मुलाकात कार्यक्रम के दौरान बालोद जिला पहुंचे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जब गंगा मैया मंदिर झलमला में दर्शन करने को पहुंचे थे तो वहां फिल्म के निर्माता रवि बहादुर सिंह ने भी उन्हें फिल्म का ट्रेलर दिखाया था। जिसे देख मुख्यमंत्री ने सराहना की और इसे छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद पर एक अलग तरह का फिल्म बताया था। इस फ़िल्म के साथ बालोद जिले का नाम अब छालीवुड में फिल्म निर्माण के क्षेत्र में भी जाना जाएगा। क्योंकि बालोद से लगे हुए ग्राम झलमला के एक युवा रवि बहादुर सिंह ने ये बड़े बजट की फिल्म “नवा बिहान” बनाई है।
यह उनकी पहली फिल्म है। रवि बहादुर छत्तीसगढ़ राज्य सेवा आयोग की परीक्षा की तैयारी कर रहे थे। इस बीच उनके बड़े भाई शेर बहादुर उर्फ सोनू ठाकुर जो कि बीजापुर के कुटरु में एसडीओपी के रूप में पदस्थ थे। उनके द्वारा बताया गया कि मैं क्षेत्र की नक्सल समस्या को लेकर एक कहानी लिख रहा हूं। जिसे उन्होंने अपने भाई से साझा की। जिस पर दोनों भाइयों ने मिलकर फिर फिल्म निर्माण की योजना बनाई। फिर क्या था रवि बहादुर ने फिल्म बनाने की कमर कस ली और कम उम्र में फिल्म निर्माता के क्षेत्र में कदम बढ़ाते हुए फिल्म का निर्माण पूरा कर लिया। नक्सलवाद संघर्ष के बीच प्रेम कहानी पर आधारित यह नवा बिहान फिल्म तैयार की गई है। जिसके पोस्टर का विमोचन विगत दिनों रायपुर के एक होटल में हुआ था। जिसके मुख्य अतिथि फ़िल्म निर्माता सतीश जैन, मनोज वर्मा, मोहन सुंदरानी, संतोष जैन थे ।


इस फिल्म के निर्देशक आशीष सुरेंद्र और कहानीकार सोनू ठाकुर,पटकथा पी राजकुमार,छायाकंन प्रमोद नायक,सम्पादन सतीश देवागन,कोरियोग्राफर स्व निशांत उपाध्याय,राकेश यादव, संजू टांडी,संगीतकार सागर बोस,पार्श्व संगीत सोम पांडा,कला निर्देशक बेनेडिक्ट फ्रांसिस, हीरो आकाश सोनी, हीरोइन इशिका यादव, अन्य कलाकार प्रांजल,उपासना वैष्णव अन्य कलाकर हैं। फिल्म 11 नवम्बर को छत्तीसगढ़ के लगभग सभी सिनेमाघरों में रिलीज होगी। सभी का मानना है कि इस टॉपिक पर लोग फ़िल्म बनाने से हिचकते हैं क्योंकि नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में शूटिंग करना बहुत कठिन कार्य होता है। ऐसे में नवा बिहान के निर्माता व उनकी पूरी टीम ने काफी अच्छा प्रयास किया है।